फुटपाथ पर रहने वाले लोग भी इंसान हैं, उन्हें हटाने का आदेश नहीं दे सकते : उच्च न्यायालय

फुटपाथ पर रहने वाले लोग भी इंसान हैं, उन्हें हटाने का आदेश नहीं दे सकते : उच्च न्यायालय




न्यायमूर्ति पटेल ने कहा, “वे (बेघर लोग) भी इंसान हैं. वे गरीब या कम भाग्यशाली हो सकते हैं लेकिन वे भी मनुष्य हैं और वे (बेघर लोगों को) अदालत की नजर में अन्य इंसानों के समान ही इंसान हैं.

चेम्बूर मुंबई न्यूज़ परफेक्ट 24

बंबई हाईकोर्ट ने शुक्रवार को दक्षिण मुंबई में फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को हटाने का निर्देश देने वाले किसी भी आदेश को पारित करने से इनकार कर दिया और कहा कि लोगों का बेघर होना एक वैश्विक मुद्दा है तथा फुटपाथ पर रहने वाले लोग भी बाकी लोगों की तरह ही इंसान हैं. न्यायमूर्ति गौतम पटेल और नीला गोखले की खंडपीठ शहर के फुटपाथों और पटरी पर अनधिकृत विक्रेताओं तथा फेरीवालों के कब्जे के मुद्दे पर उच्च न्यायालय द्वारा स्वत: संज्ञान (स्वयं) ली गई याचिका पर विचार कर रही थी. बंबई बार एसोसिएशन द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि कई लोग दक्षिण मुंबई में फाउंटेन क्षेत्र के पास फुटपाथों और पटरियों पर रहते और सोते हैं.

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